गुस्ताखी माफ़

श्मशान घाट की ओर जा रही भीड़ मे आगे जाने वाले व्यक्ति से कल्लू ने कहा -" बड़े अफ़सोस की बात है कि आपकी पत्नी का देहांत हो गया! वैसे उनका देहांत कैसे हुआ ?"
उस व्यक्ति ने इशारा करते हुए कहा कि - "वो जो आगे मेरा कुत्ता जा रहा है,उसी ने काटा था ।"
कल्लू ने प्रार्थना करते हुए कहा कि -"भाई वो कुत्ता मुझे एक दिन के लिए दे दो। "
उस व्यक्ति ने घूरते हुए कहा -"चल लाईन मे लग जा ,ये मेरे पीछे जो भीड़ चली रही है वो उसी कुत्ते को लेने के लिए है। "

3 टिप्‍पणियां:

माधव( Madhav) ने कहा…

हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

पति को दुनिया की नजरों में इस कदर भी मत गिराओ पंडित जी !

kunwarji's ने कहा…

बहुत बढ़िया..

शुक्र है किसी "नारी शक्ति" की नजर नहीं पड़ी.....

कुंवर जी,