भ्रष्टाचार को दूर कर जिन्दा रहने का एहसास कीजिये

क्या आप इस देश का अन्न का उपयोग अपना जीवन चलने के लिए नहीं करते है?

क्या इस देश की आबोहवा आपके स्वांसो को गति नहीं देती?

क्या इस देश की भूमि आपको शरण नहीं देती?

जिस देश में जीवन पाया ,उसके संसाधनों का उपयोग किया, क्या उसके प्रति हमारी जवाबदेही नहीं है?

सभी भारतवासी एकजुट हो और अपने जिन्दा रहने का एहसास करे.....

भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करे .

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