अयोध्या -2

कस्तूरी कुंडल बसे, मृग ढूढे जग माहि। उसी प्रकार अयोध्या का हल अयोध्या मे ही है, अवसरवादियों के खोखले बयान मे नहीं, जिनकी रूचि समस्या के आख़िरी समाधान मे नहीं वरन विवाद को जिन्दा रखने मे है। आख़िरकार जनता की समझ ने राजनेताओ,रूढ़वादियों,ढोगी,पाखंडियो और अवसरवादियों को बेरोजगार कर ही दिया।

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