निवेश मंत्र

ब्लॉग मे पहले मैंने लिखा था कि निवेश एक जापानी बांस की तरह होता है, जो पहले 6 साल मे 6 इंच बढ़ता है और अगले 6 महीने मे 90 फुट। यह एक पुरानी कहावत है, लेकिन आज के परिवेश मे निवेश के ऊपर एकदम फिट बैठता है। निवेश के लिए तीन बात अत्यंत महत्वपूर्ण है - ज्ञान,धैर्य और धन। इनको ध्यान मे रख कर ही कोई निवेशक सफल हो सकता है। ज्ञान के बिना धन की कल्पना नहीं की जा सकती है। जिस प्रकार मूर्ख के पास आया धन भी नष्ट हो जाता है और धन का समुचित प्रबंध का ज्ञान नहीं होने के कारण उचित लाभ नहीं हो सकता है, उसी प्रकार से बिना उचित ज्ञान के धन का निवेश बेमानी है। धन के निवेश मे धैर्य की आवश्यकता है. अधीरता व् असावधानी से किये गए निर्णय से निवेश मे कोई लाभ नहीं होता है वरन उल्टा नुक्सान ही होता है। ज्ञान,धैर्य के साथ साथ धन का होना भी निवेश का आश्चर्यजनक सत्य पहलू है। आखिर ज्ञान का सार्थक उपयोग निवेश मे धन लगाने और किये गए निवेश को और बढाने मे है।

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