पोथी में मन की स्वछंद अभिव्यक्ति ...
aapki kalam auron se juda hai ...
हुज़ूर आपका भी एहतिराम करता चलूं ............इधर से गुज़रा था, सोचा, सलाम करता चलूं ऽऽऽऽऽऽऽऽ-(बकौल मूल शायर)
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aapki kalam auron se juda hai ...
हुज़ूर आपका भी एहतिराम करता चलूं ............
इधर से गुज़रा था, सोचा, सलाम करता चलूं ऽऽऽऽऽऽऽऽ
-(बकौल मूल शायर)
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